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ये रात का सूनापन
विरान दिल का आँगन
खोया खोया जहाँ
ढुढ़े सकूं कहाँ
ये झिलमिल चाँदनी
गाये तेरे ही गीत
ये ठंडी ठंडी पवन
तेरा नाम पुकारे सजन
हूक सी उठे मन में
छवि तेरी ही नयन में
तुझे कैसे कहें हमदम
जीवन में तेरी कमी हरदम
ओ मेरे मन मीत
तुझसे ही जले प्रेमदीप
याद तेरी आये
दिल तड़प तड़प जाये
1 comments:
Ration Card
आपने बहुत अच्छा लेखा लिखा है, जिसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
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