सत्य प्रेम के जो हैं रूप उन्हीं से छाँव.. उन्हीं से धुप. Powered by Blogger.
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काश♥

एक काश के सहारे 
युहीं बस युहीं 
जिंदगी गुज़र जाना है
कभी तुममें खो जाना है 
कभी तुम संग गुम हो जाना है 
तेरी चाहतों की बारीश में भींग जाना है 
कभी अपनी आँसुओ की बरसात से 

तुझको भिंगोना है ...
काश कभी तुम आओ 
मनाने मुझे 
इस उम्मीद में एक दफा 
तुमसे रूठ के देखना है ..
काश तुम करो मुझपे गुस्सा 
ऐसा मुझे कुछ कर जाना है ...
काश तुम मुझपे
अपना हक़ जताओ 
वैसा भी मुझे  एक दिन जीना है 
मेरे काश के अरमां है 
पंख विहीन 
इन्हें तो बस मिट्टी में ही मिल जाना है 
एक काश के सहारे 
युहीं बस युहीं 
जिंदगी गुज़र जाना है...


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