सत्य प्रेम के जो हैं रूप उन्हीं से छाँव.. उन्हीं से धुप. Powered by Blogger.
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जाये ना तेरी याद दिलसे।।।

प्रेम की दिवानी पिया मैं ना जानी
भूल हुई क्या मुझसे अंजानी
रूठ गया तूं टुट गई मैं
इश्क में तेरे बुझ गई मैं
छोड़ा जो तूने हाथ सनम
छुट रहा देखो सांसों का संग
जाये ना तेरी याद दिल से
लगा ले गले साजन तूं मुझसे मिलके
तेरे बिना कैसे जिउं अब
दिल की बतियाँ का से करूँ अब
तेरे बिना मुरझाई कलियाँ
छुट गयी पिया संग सहेलियाँ
तनहाई मुझे ये डसने को आये
सुन ओ पिया मोरा जी घबड़ाये
दर्द ऐ दिल मेरा तुझको पुकारे
आजा पिया मोरे
अब तो आ रे
आजा पिया अब आजा रे

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