सत्य प्रेम के जो हैं रूप उन्हीं से छाँव.. उन्हीं से धुप. Powered by Blogger.
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अच्छा लगता है ♥

अच्छा लगता है बार बार तुम्हें निहारते रहना, तुम्हारे चेहरे को प्यार से घण्टों सहलाना, तुम्हारी मुस्कान का मेरे मुखरे पर सजना,
तुम्हारी प्रेम भरी निगाहें देख मेरा वो शरमा के तुम्हें सिने से लगा लेना, मुझे अच्छा लगता है, तुम्हारी छवी से बातें करना, मुझे बेहद पसन्द है, अच्छी बात तो ये है के वो भी मुझ से बातें करती है, हर घड़ी मेरे साथ होती है मेरे लिये ♥

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