सत्य प्रेम के जो हैं रूप उन्हीं से छाँव.. उन्हीं से धुप. Powered by Blogger.
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miss u

करनी है तुमसे ढेर सारी बातें 
जों फुर्सत हों कभी तो सुन जाना 
मेरे दिल की ये आवाज़े....


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